आत्म दर्पण का सिद्धांत किसने दिया?

(A) मीड
(B) फ्रायड
(C) एच.सी. कूले
(D) ब्लूमर

Question Asked : उत्तर प्रदेश प्रवक्ता भर्ती परीक्षा, 2016

Answer : एच.सी. कूले

Explanation : आत्म दर्पण का सिद्धांत (Looking glass self) एच.सी. कूले द्वारा 1902 में प्रतिपादित किया गया था इस सिद्धांत के अंतर्गत कूले कहते हैं कि समाज एक दर्पण के समान होता हैं, व्यक्ति अपने आपको वैसे ही बनता है जैसे समाज में वह आता है। जिस प्रकार एक पुरुष अथवा महिला आईने में देखकर सजती सवरती है और अपने को बार बार निहारती है और देखते है की वह ठीक उसी प्रकार से तैयार हो पायी है अथवा नही कहने का तात्पर्य है की वह जिस समाज में जा रही है उस के अनुरूप अपने को तैयार कर पाया है की नहीं। इसमें समाज एक दर्पण होता जिससे व्यक्ति देखकर सीखता है। इसी को कूले ने आत्म दर्पण का सिद्धांत कहा है।
Tags : समाजशास्त्र प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Aatm Darpan Ka Siddhant Kisne Diya