AB रक्त ग्रुप को सर्वग्राही ब्लड ग्रुप क्यों कहा जाता है?

(A) उसके रक्त में प्रतिजन (एण्टीजन) का अभाव होता है
(B) उसके रक्त में प्रतिपिण्ड (एण्टीबॉडी) का अभाव
(C) उसके रक्त में प्रतिजन और प्रतिपिण्ड दोनों का अभाव होता है
(D) उसके रक्त में प्रतिपिण्ड उपस्थित होते हैं

Question Asked : Allahabad High Court Recruitment Assistant Review Officer Exam 2019

Answer : उसके रक्त में प्रतिपिण्ड (एण्टीबॉडी) का अभाव

AB रक्त वर्ग वाले व्यक्ति को कभी-कभी सार्वत्रिक रक्त दाता कहा जाता है, क्योंकि उसके रक्त में प्रतिपिण्ड AB (एण्टीबॉडी) का अभाव होता है। लाल रुधिराणुओं की कोशिका कला पर इलाइकोप्रोटीन उपस्थित होते हैं। यह दो प्रकार के होते हैं, प्रतिजन A तथा प्रतिजन B इसी के आधार पर मानव रुधिर को मुख्यतया चार वर्गों में बांटा गया हैं, A, B, AB तथा OI लाल रुधिर कणिकाओं में जो प्रतिजन पाए जाते हैं उन्हीं से सुमेलित होकर रुधिर वर्गों में प्रतिपिण्ड या प्रतिरक्षी भी पाए जाते हैं। ये प्रतिरक्षी रुधिर के प्लाज्मा में उपस्थित होते हैं। ये भी दो प्रकार के होते हैं, A रोधी और B रोधी।
Tags : मानव शरीर सामान्य विज्ञान प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Ab Rakt Group Ko Sarvagrahi Blood Group Kyu Kaha Jata Hai