अधिकार सुख कितना मादक किंतु सारहीन हैं पंक्ति प्रसाद के किस नाटक से है?

(A) ध्रुवस्वामिनी
(B) अजातशत्रु
(C) चंद्रगुप्त
(D) स्कंदगुप्त

Answer : ध्रुवस्वामिनी

Explanation : अधिकार सुख कितना मादक किंतु सारहीन हैं पंक्ति जयशंकर प्रसाद के ध्रुवस्वामिनी नाटक से है। प्रसाद ने आठ ऐतिहासिक, तीन पौराणिक और दो भावात्मक, कुल 13 नाटकों की रचना की थी। 'कामना' और 'एक घूंट' को छोड़कर ये नाटक मूलत: इतिहास पर आधृत हैं। इनमें महाभारत से लेकर हर्ष के समय तक के इतिहास से सामग्री ली गई है। वे हिंदी के सर्वश्रेष्ठ नाटककार हैं। उनके नाटकों में सांस्कृतिक और राष्ट्रीय चेतना इतिहास की भित्ति पर संस्थित है। उनके नाटक हैं: स्कंदगुप्त, चंद्रगुप्त, ध्रुवस्वामिनी, जन्मेजय का नाग यज्ञ, राज्यश्री, कामना, एक घूंट।
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Adhikar Sukh Kitna Madak Kintu Sarhin Hai Pankti Prasad Ke Kis Natak Se Hai