अशोक के शिलालेखों में किसका वर्णन मिलता है?

(A) उसके साम्राज्य के विस्तार
(B) उसकी प्रशासनिक नीति
(C) उसके धार्मिक विचार
(D) उपरोक्त सभी

Question Asked : MPPSC (Pre) Opt. History 1994

Answer : उपरोक्त सभी

Explanation : अशोक के शिलालेखों में उसके साम्राज्य के विस्तार, उसकी प्रशासनिक नीति, उसके धार्मिक विचार आदि का वर्णन मिलता है। अशोक के इतिहास का ज्ञान हमें उसके द्वारा 40 से भी अधिक खुदवाये गये अभिलेखों से होता है। इनमें अशोक द्वारा खुदवाये गये शिलालेख बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। इन शिलालेखों की संख्या 14 है, जो आठ अलग-अलग स्थानों से मिले हैं। अभिलेखों का विभाजन 3 वर्गों में किया जा सकता है- 1. शिलालेख, 2. स्तंभलेख और 3. गुहालेख। अशोक के अधिकांश अभिलेख प्राकृत भाषा एवं ब्राह्मी लिपि में लिखे गए हैं, केवल दो अभिलेखों शाहबाजगढ़ी एवं मानसेहरा की लिपि ब्राह्मी न होकर खरोष्ठी है। अशोक के शिलालेखों की खोज 1750 ईo में टी फैंथेलर ने की और इन शिलालेखों को पढ़ने का श्रेय जेम्स प्रिंसेप को जाता है। जिन्होंने 1837 ई. में इन्हें सर्वप्रथम पढ़ा था। देश के विभिन्न भागों से प्राप्त इन शिलालेखों इन शिलालेखों से हमें उसके साम्राज्यिक सीमाओं के बारे में जानकारी मिलती है। इन शिलालेखों में प्राप्त उल्लेखों के आधार पर हमें उसके धार्मिक विचार और उसकी प्रशासकीय नीति के बारे में भी जानकारी प्राप्त होती है। ये शिलालेख हमें शहबाजगढ़ी, मानसेहरा, हजारा, कालसी, गिरनार, धौली, जौगढ़ मास्की, गुजर्रा, सोपारा, कन्दहार एवं एगुड़ी आदि स्थानों से प्राप्त हुए हैं।
Tags : अशोक इतिहास प्रश्नोत्तरी मध्यकालीन भारत प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Ashok Ke Shilalekho Me Kiska Varnan Milta Hai