आत्मनेपद किसकी रचना है?

(A) त्रिलोचन
(B) रामनरेश त्रिपाठी
(C) अज्ञेय
(D) गिरिजा कुमार माथुर

Answer : अज्ञेय

Explanation : आत्मनेपद अज्ञेय की रचना है। इनका पूरा नाम सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' है। 7 मार्च, 1911 को पैदा हुए अज्ञेय एक कवि, शैलीकार, कथा-साहित्य को एक महत्त्वपूर्ण मोड़ देने वाले कथाकार, ललित-निबन्धकार, सम्पादक और अध्यापक के रूप में जाना जाते है। इनकी प्रमुख कृतियां में कहानियां है-विपथगा 1937, परम्परा 1944, कोठरी की बात 1945, शरणार्थी 1948, जयदोल 1951 उपन्यास:-शेखर एक जीवनी- प्रथम भाग(उत्थान)1941, द्वितीय भाग(संघर्ष)1944, नदी के द्वीप 1951, अपने अपने अजनबी 1961 । यात्रा वृतांत:- अरे यायावर रहेगा याद? 1953,एक बूँद सहसा उछली 1960। निबंध संग्रह : सबरंग, त्रिशंकु, आत्मनेपद, आधुनिक साहित्य: एक आधुनिक परिदृश्य, आलवाल आदि है।
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Atmanepada Kiski Rachna Hai