भारतवर्ष में महायान संप्रदाय के साहित्य की भाषा क्या थी?

(A) संस्कृत
(B) पालि
(C) प्राकृत
(D) अर्द्ध मागधी

Question Asked : [UP Higher Education Assistant Professor Exam 2018]

Answer : पालि

भारतवर्ष में महायान संप्रदाय के साहित्य की भाषा पा​लि थी। महायान संप्रदाय ने बुद्ध को ईश्वर तुल्य माना। सभी प्राणी बुद्धत्व को प्राप्त कर सकते हैं। दुख है तो बहुत ही सहज तरीके से उनसे छुटकारा पाया जा सकता हैं पूजा पाठ भले ही न करे लेकिन प्रार्थना में शक्ति है और सामूहिक रूप से की गयी प्रार्थना से कष्ट दूर होता है।
पूर्वी बौद्ध शाखा को महायान तथा पश्चिमी बौद्ध शाखा को हीनयान के नाम से जाना जाने लगा। महायान के प्रमुख विचारक अश्वघोष, नागार्जुन और असंग थे।
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Web Title : Bharatvarsh Mein Mahayana Sampraday Ke Sahitya Ki Bhasha Kya Thi