चरन कमल बंदौ हरि राइ में कौन सा अलंकार है?

(A) श्लेष अलंकार
(B) उपमा अलंकार
(C) रूपक अलंकार
(D) रूपकातिश्योक्ति अलंकार

Question Asked : असिंटेंट अकांउटेंट परीक्षा, 2015

Answer : रूपक अलंकार

Explanation : चरन कमल बंदौ हरि राइ में रूपक अलंकार है। जहां उपमेय को उपमान के रूप में कर दिया जाए वहां रूपक अलंकार होता है। दूसरे शब्दों में कहें तो जहां उपमेय और उपमान का अंतर समाप्त करके दोनों में एकरूपता दिखाई जाए, वहां रूपक अलंकार की अभिव्यक्ति होती है। चरन कमल बंदौ हरि राइ की व्याख्या इस प्रकार है कि सूरदास श्रीकृष्ण के चरण कमलों की महिमा का वर्णन करते कहते कि हे प्रभु आपके चरण कमल के समान कोमल है, उनकी मैं वंदना करता हूं। इनकी महिमा अपरम्पार है, इसकी कृपा से लंगड़ा व्यक्ति पर्वतों को लांघ जाता है, अंधा व्यक्ति देखने लगता है, बहरे को सुनाई देने लगता है, गूंगा बोलने लगता है और गरीब राजा बन जाता है। सूरदास जी कहते हैं कि हे प्रभु! मैं आपके चरणों की बार–बार वंदना करता हूं।

बता दे कि जहां एक ही शब्द के अनेक अर्थ निकले वहां 'श्लेष अलंकार' होता है। जहां एक वस्तु की तुलना दूसरे वस्तु से समान गुण भाव के कारण की जाए वहां उपमा अलंकार होता है जहां केवल उपमान के कथन द्वारा उपमेय का बोध कराया जाए रूपकातिश्योक्ति अलंकार होता है।
Tags : अलंकार सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Charan Kamal Bando Hari Rai Mein Kaun Sa Alankar Hai