दक्कन कृषक राहत अधिनियम 1879 किस उद्देश्य के साथ अधिनियमित किया गया था?

(A) बेदखल किए गए खेतिहारों को जमीन वापस लौटाना।
(B) सामाजिक एवं धार्मिक अवसरों पर किसानों को वित्तीय सहायता सुनिश्चित करना।
(C) ऋणग्रस्तता वाली जमीन की बिक्री, बाहरी व्यक्तियों को किए जाने पर प्रतिबंध लगाना।
(D) दिवालिया खेतिहारों को कानूनी सहायता प्रदान करना।

Question Asked : UPSC CDS Exam 2019 (I)

Answer : बेदखल किए गए खेतिहारों को जमीन वापस लौटाना।

दक्कन कृषक राहत अधिनियम 1879 बेदखल किए गए खेतिहारों को जमीन वापस लौटाने के उद्देश्य के साथ अधिनियमित किया गया था। दक्कन कृषक राहत अधिनियम, 1879 दक्कन विद्रोह के पश्चात् लाया गया। महाराष्ट्र के पुणे एवं अमदनगर जिलों में रैय्यतवाड़ी व्यवस्था के तहत् किसानों से सीधा लगान वसूल किया जाता था तथा उन्हें भूमि का मालिकाना हक भी प्राप्त था, किंतु इस क्षेत्र में मारवाड़ी और गुजराती साहूकार अधिक ब्याज पर किसानों को ऋण देते थे तथा धन के वापस न चुकाए जाने पर वह कानूनी सहायता से उनकी भूमि पर अधिकार कर लेते थे। इसी प्रवृति से क्षुब्ध होकर किसानों ने 1875 में साहूकारों के घरों एवं दुकानों पर हमला कर अदालती आदेश संबंधी दस्तावेज जला दिए। इसके पश्चात् सरकार दक्कन कृषक राहत अधिनियम, 1879 बनाया, जिसके तहत देखभाल किए गए खेतिहारों को जमीन वापस लौटाने के साथ ही किसानों को साहूकारों के विरुद्ध संरक्षण प्रदान किए गए।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Dhakkan Krishak Rahat Adhiniyam 1879