गणेशजी की सूंड किस दिशा में होनी चाहिए?

(A) बाईं तरफ
(B) दाईं तरफ
(C) किसी भी दिशा में
(D) कह नहीं सकते

ganesha

Answer : दाईं तरफ

Explanation : गणेशजी की सूंड दाईं दिशा में होनी चाहिए। क्योंकि सिद्धिविनायक, भगवान गणेश जी का सबसे लोकप्रिय रूप है, जिसमें उनकी सूंड दाईं और मुडी होती है। जान ले कि जिस मूर्ति में गणेश की सूंड दाईं ओर होती है, उसे सिद्धिविनायक का स्वरूप माना जाता है। जबकि, बाईं तरफ की सूंड वाले गणेश को विघ्नविनाशक कहते हैं। सिद्धिविनायक को घर के अंदर स्थापित करने की परंपरा है। विघ्नविनाशक घर के बाहर द्वार पर स्थापित करते हैं, ताकि घर के अंदर किसी तरह के विघ्न प्रवेश न करें। व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए बाईं हाथ की ओर सूंड वाले और घर के लिए सीधे हाथ की ओर सूंड वाले गणपति श्रेष्ठ माने जाते हैं।

भगवान श्रीगणेश को मंगलमुखी भी कहा जाता है। क्योंकि गणेश जी के मुख की तरफ समृद्धि, सिद्धि, सुख और सौभाग्य होता है। वहीं गणेश जी के पृष्ठ भाग पर दुख और दरिद्रता का वास माना गया है। इसलिए गणेश जी की स्थापना के समय हमेशा यह ध्यान रखें कि मूर्ति का मुख दरवाजे की तरफ नहीं होना चाहिए। इसके अलावा घर या ऑफिस में एक ही जगह पर गणेश जी की दो मूर्ति एक साथ नहीं रखें। वास्तु विज्ञान के अनुसार इससे उर्जा का आपस में टकराव होता है जो अशुभ फल देता है।
Tags : गणेश जी हिंदू धर्म
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Web Title : Ganesh Ji Ki Sund Kis Disha Mein Honi Chahie