गणेश जी को मोदक क्यों प्रिय है?

(A) गुणकारी तुरंत संतुष्टिदायक
(B) मुंह में घुल जाने वाला
(C) स्वादिष्ट
(D) उपयुक्त सभी

ganesha

Answer : उपयुक्त सभी

Explanation : गणेश जी को मोदक इसलिए प्रिय है क्योंकि यह स्वादिष्ट, गुणकारी, मुंह में घुल जाने वाला और तुरंत संतुष्टिदायक होता है। मोदक को शुद्ध आटा, घी, मैदा, खोआ, गुड़, नारियल से बनाया जाता है। जिससे यह मुलायम और गुणकारी होता है, यही वजह है कि इसे अमृततुल्य माना गया है। मोदक के अमृततुल्य होने की कथा पद्म पुराण के सृष्टि खंड में मिलती है। दरअसल गणेश जी का एक दांत टूटा हुआ है इसलिए गणेश जी एकदंत कहलाते हैं। मोदक तलकर और स्टीम करके दो तरह से बनाए जाते हैं। दोनों ही तरह से बने मोदक मुलायम और आसानी से मुंह में घुल जाने वाले होते हैं इसलिए टूटे दांत होने पर भी गणेश जी इसे आसानी से खा लेते हैं। इसलिए बिद्धिमान गणेश जी को मोदक बेहद पसंद है।

भगवान गणेश को मोदक और लड्डू को भोग विशेष प्रिय माना गया है। एक बार माता पार्वती ने गणेशजी को खाने के लिए लड्डू दिए। लड्डू भगवान को इतने पसंद आए कि ये उनका प्रिय भोग बन गया। वही एक अन्य कथा के अनुसार माता अनसूया ने गणेशजी को अपने यहां भोजन के लिए आमंत्रित किया था। उस समय वे खाना खाते ही जा रहे थे, लेकिन उनका पेट नहीं भर रहा था। इससे परेशान होकर माता अनसूया ने मोदक बनाए। मोदक ग्रहण करते ही गणेशजी तृप्त हो गए। तभी से उन्हें मोदक का भोग लगाने की परंपरा प्रचलित हुई है।
Tags : गणेश जी हिंदू धर्म
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Web Title : Ganesh Ji Ko Modak Kyo Priya Hai