गणेश जी ने तुलसी को श्राप क्यों दिया था?

(A) रिद्धि और सिद्धि के कारण
(B) तुलसी को श्राप से क्रोधित होकर
(C) सर्वप्रथम पूजा विवाद के कारण
(D) एकदंत के कारण

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Answer : माता तुलसी को श्राप से क्रोधित होकर

Explanation : गणेश जी ने तुलसी को श्राप, माता तुलसी के श्राप से क्रोधित होकर दिया था। इसलिए भगवान गणेश की पूजा में तुलसी वर्जित मानी गई है। एक रोचक पौराणिक कथा अनुसार, धर्मात्मज नाम के राजा की पुत्री तुलसी ने भगवान गणेश से विवाह करने की प्रार्थना की। दरअसल भगवान गणेश का रुप अत्यंत मोहक और आकर्षक था। तुलसी भगवान गणेश के इस रूप पर मोहित हो गई और अपने विवाह का प्रस्ताव उनके समक्ष रख दिया। लेकिन गणेशजी ने स्वयं को ब्रह्मचारी बताते हुए मना कर दिया। इस वजह तुलसी क्रोधित हो गईं और उसने गणेशजी को दो विवाह होने का शाप दे दिया।

इस शाप की वजह से गणेशजी भी क्रोधित हो गए और उन्होंने भी तुलसी को शाप देते हुए कहा कि तुम्हारा विवाह एक असुर से होगा। असुर से विवाह होने का शाप सुनकर तुलसी दुःखी हो गई। तुलसी ने गणेशजी से क्षमा मांगी। तब गणेशजी ने कहा कि ना तुम्हारा शाप खाली जाएगा ना मेरा। मैं रिद्धि और सिद्धि का पति बनूंगा और तुम्हारा भी विवाह राक्षस जलंधर से अवश्य होगा। लेकिन अंत में तुम भगवान विष्णु और श्री कृष्ण की प्रिया बनोगी और कलयुग में भगवान विष्णु के साथ तुम्हें पौधेे के रूप में पूजा जाएगा। लेकिन मेरी पूजा में तुलसी का प्रयोग नहीं किया जाएगा।
Tags : गणेश जी हिंदू धर्म
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Web Title : Ganesh Ji Ne Tulsi Ko Shrap Kyon Diya Tha