हांडी का एक ही चावल देखते हैं का अर्थ और वाक्य प्रयोग

(A) कष्टों को झेलने के बाद आदमी, आदमी बनता है
(B) किसी परिवार, जाति या देश के एक ही आदमी देखने से पता चल जाता है कि शेष कैसे होंगे
(C) बेईमानी का पैसा बुरे कामों में लग जाता है।
(D) हिसाब करने में कड़ा, दान देने में उदार

Answer : किसी परिवार, जाति या देश के एक ही आदमी देखने से पता चल जाता है कि शेष कैसे होंगे

Explanation : हांडी का एक ही चावल देखते हैं का अर्थ handi ka ek hi chawal dekhte hai है 'किसी परिवार, जाति या देश के एक ही आदमी देखने से पता चल जाता है कि शेष कैसे होंगे।' हिंदी लोकोक्ति हांडी का एक ही चावल देखते हैं का वाक्य में प्रयोग होगा – तुम्हारे जैसे ईमानदान एवं कर्तव्यनिष्ठ को देखकर मैं तुम्हारे परिवार वालों को समझ सकता हूं, क्योंकि कहावत है कि हांडी का एक ही चावल देखते हैं।  हिन्दी मुहावरे और लोकोक्तियाँ में 'हांडी का एक ही चावल देखते हैं' जैसे मुहावरे कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, बी.एड., सब-इंस्पेटर, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होते है।
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Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Handi Ka Ek Hi Chawal Dekhte Hai