हरे फलों को कृत्रिम रूप से पकाने के लिए प्रयुक्त गैस कौनसी है?

(A) अमोनिया और कार्बन डाई ऑक्सायड
(B) ईथेन और अमोनिया
(C) मिथाईलीन और कार्बन डाई ऑक्सायड
(D) एथिलीन या एसिटीलीन

Answer : एथिलीन या एसिटीलीन

Explanation : हरे फलों को कृत्रिम रूप से पकाने के लिए प्रयुक्त गैस एथिलीन या एसिटीलीन है। वैश्विक स्तर पर पकाने की क्रिया एथिलीन जेनरेटर द्वारा प्राप्त एथिलीन द्वारा की जाती है जो कि महंगी विधि है। इसलिए सस्ते पदार्थ जैसे, कैल्शियम कार्बाइड, ईथर तथा ऑक्सीटॉक्सिन का प्रयोग फलों तथा सब्जियों को पकाने तथा उनका आकार बढ़ाने हेतु किया जाता है। बता दे कि फलों को पकाने में एथिलीन यौगिक का योगदान होता है जो कि पौधों में मेथियोनीन अमीनों अम्ल द्वारा पैदा होती है। एथिलीन कुछ एंजाइम जैसे एमाइलेज का अन्तःकोशीय स्तर बढ़ा देती है जो कि स्टार्च को शर्करा में बदल देती है। पेक्टिनेज, पेक्टिन जो कि फल को कड़ा बनाता है, का जल अपघटन कर देती है। अन्य एन्जाइम फल के हरे भाग क्लोरोफिल को नीले, पीले या लाल वर्ण में बदल देते हैं। पकने की प्रक्रिया स्टार्च को शर्करा में बदल देती है जिससे फल में वांछित सुगंध, स्वाद, रंग तथा बाहरी रूप बदल देती हैं।
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Web Title : Hare Falon Ko Kritrim Roop Se Pakane Ke Liye Pryukt Gais Kaunasi Hai