जाम्भोजी जहाँ प्रवचन करते थे, वह क्या कहलाता था?

(A) सथारी
(B) सबद
(C) वाणी
(D) शील

Answer : सथारी

Explanation : जाम्भोजी जहाँ प्रवचन करते थे, वह सथारी कहलाता था। गुरू जम्भेश्वर बिश्नोई संप्रदाय के संस्थापक थे। ये जाम्भोजी के नाम से भी जाने जाते है। बिश्नोई सम्प्रदाय में इनको विष्णु का अवतार मानते है। इन्होंने 1508 में बिश्नोई पंथ की स्थापना की। 'हरि' नाम का वाचन किया करते थे। गुरू जाम्भो जी का मूलमंत्र था हृदय से विष्णु का नाम जपो और हाथ से कार्य करो।
Tags : राजस्‍थान
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Jambhoji Jaha Pravachan Karte The Vah Kya Kehlata Hai