जानति सौति अनीति है में कौन सा अलंकार है?

(A) भ्रान्तिमान अलंकार
(B) उल्लेख अलंकार
(C) व्यतिरेक अलंकार
(D) अतिशयोक्ति अलंकार

Answer : उल्लेख अलंकार

Explanation : जानति सौति अनीति है जानति सखी सुनीति। गुरूजन जानत लाज है प्रीतम जानहि प्रीति।। पंक्ति में उल्लेख अलंकार होता है। प्रस्तुत नायिका को सौतें अनीति, सरिवयां सुनीति, गुरुजन लज्जा और प्रियतम प्रेम-रूप जानते हैं। अपनी-अपनी भावना के अनुसार एक ही वस्तु (नायिक) को भिन्न-भिन्न व्यक्ति विभिन्न रूपों में देखते हैं।
उल्लेख अलंकार की परिभाषा – जहाँ एक वस्तु का वर्णन अनेक प्रकार से किया जाए, वहाँ उल्लेख अलंकार होता है। दूसरे शब्दों में जहाँ पर किसी एक वस्तु को अनेक रूपों में ग्रहण किया जाए, तो उसके अलग-अलग भागों में बटने को उल्लेख अलंकार कहते हैं। सामान्य हिंदी प्रश्न पत्र में उल्लेख अलंकार संबंधी प्रश्न पूछे जाते है। इसलिए यह प्रश्न आपके लिए कर्मचारी चयन आयोग, बीएड, आईएएस, सब इंस्पेक्टर, पीसीएस, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' आदि प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए भी उपयोगी साबित होगें।
Tags : अलंकार अलंकारिक शब्द उल्लेख अलंकार
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Janati Sauti Aniti Hai Main Alankar