‘काकोरी ट्रेन डकैती कांड’ में किन क्रांतिकारियों को फांसी हुई?

(A) रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खां
(B) वीर सावरकर और वासुदेव चापेकर
(C) प्रफुल्लचंद चाकी और खुदीराम बोस
(D) सूर्य सेन और ऊधम सिंह

Question Asked : 65th BPSC Prelims Exam 2019

Answer : रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खां

Explanation : 'काकोरी ट्रेन डकैती कांड' में रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खां क्रांतिकारियों को फांसी दी गई थी। 9 अगस्त, 1925 को क्रांतिकारियों ने लखनऊ से 16 किलोमीटर दूर काकोरी में एक ट्रेन में डकैती डाली थी। हिन्दुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के 10 क्रांतिकारियों के एक दल ने ट्रेन पर धावा बोला और सरकारी खजाना लूटकर ले गए। इसी घटना को 'काकोरी कांड' के नाम से जाना जाता है। तिकारियों ने काकोरी कांड के जरिए ब्रिटिश हुकूमत को खुली चुनौती दी थी। इन क्रांतिकारियों का उद्देश्य ट्रेन से सरकारी खजाना लूटकर, उस पैसे से हथियार खरीदना था। लखनऊ की अदालत में काकोरी कांड का मुकदमा चला। ट्रेन डकैती में 4601 रुपए लूटे गए थे जबकि सरकार ने मुकदमा लड़ने में 10 लाख खर्च कर दिए। 6 अप्रैल 1927 को इस पर फैसला सुनाया गया। जज हेमिल्टन ने ब्रिटिश कानून व्यवस्था की धारा 121ए, 120 बी और 396 के तहत सजाएं सुनाई। जिसमें रामप्रसाद बिस्मिल, राजेंद्रनाथ लाहिड़ी, रोशन सिंह और अशफाक उल्ला खां को फांसी की सजा हुई थी। रामप्रसाद बिस्मिल को गोरखपुर तथा अशफाक उल्ला खां को शाहजहांपुर जेल में 19 दिसंबर, 1927 को फांसी दी गई।
Tags : आधुनिक इतिहास बिहार बिहार प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Kakori Train Dakaiti Kand Me Kin Krantikari Ko Phansi Hui