कल्हण की राजतरंगिणी में वर्णित अंतिम राजा कौन है?

(A) अनंतवर्मन्
(B) चंद्रापभ्ड
(C) जयसिंह
(D) मुक्तापीड

Question Asked : [UPPCS (Pre) GS Ist History 2005]

Answer : जयसिंह

कश्मीरी कवि कल्हण तथा उसके ग्रंथ राजतरंगिणी का ऐतिहासिक दृष्टि से सर्वाधिक महत्व है। इस ग्रंथ की रचना कश्मीर नरेश जयसिंह (1127-1159 ई.) के काल में हुई थी। इसके आठ तरंगों में कशमीर देश का प्रारंभ से लेकर बारहवीं शती तक का इतिहास वर्णित हैं राजतरंगिणी संस्कृत भाषा में ऐतिहासिक घटनाओं को क्रमबद्ध रूप से प्रस्तुत करने का प्रथम स्तुत्य प्रयास है। कल्हण के विवरण में निष्पक्षता एवं यथार्थता है। स्वयं वह अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए लिखता है – वही गुणवान् कवि प्रशंस का अधिकारी है जो राग-द्वैष से ऊपर एठकर एकमात्र सत्य के निरूपण में अपनी वाणि का प्रयोग करता है – श्लाघ्य: स एव गुणवान रागद्वैष बहिष्कृता। भूतार्थकथने यस्य स्थेयस्येव सरस्वती।।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Kalhan Ki Rajatarangini Mein Varnit Antim Raja Kaun Hai