करेले में कड़वाहट किसके कारण होती है?
(A) मेमोर्डिकोसाइट
(B) कुकर बिटेसिन
(C) मार्मोलोसिन
(D) ओलिमोरेसिन
Explanation : करेले में कड़वाहट मेमोर्डिकोसाइट के कारण होती है। जबकि खीरे में कड़वाहट कुकर बिटेसिन से, बेल में कड़वाहट मार्मोलोसिन से, पीपर में कड़वाहट ओलिमोरेसिन से होती है। करेला यह द्विलिंगाश्रयी शाखायुक्त वनस्पती है। साधी, पतली और लंबे तणाव के आधारपर यह बेल ऊपर चढती है। पत्ते सादे, वलयाकृती, हस्ताकृती और 5-7 दल में विभाजित होते है। फूल एकलिंगी और पिली होती है।
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