काव्यशास्त्र का प्रथम आचार्य किसे माना जाता है?

(A) भरतमुनि
(B) वामन
(C) दण्डी
(D) मम्मट

Answer : भरतमुनि

Explanation : काव्यशास्त्र का प्रथम आचार्य भरतमुनि को माना जाता है। भरतमुनि (200 ई.पू.) का ग्रंथ 'नाट्यशास्त्र' काव्यशास्त्र का प्रथम ग्रंथ माना जाता है। इसीलिए भरतमुनि काव्यशास्त्र के प्रथम आचार्य है। इस अन्य में नाट्यशाख, संगीत शास्त्र, छंदशास, अलंकार, रस आदि का सांगोपांग प्रतिपादन किया गया है। नाट्य शास्त्र में भरतमुनि ने आठ(8) रसों का उल्लेख किया है। भारतीय सौन्दर्य शास्त्र के प्रथम दार्शनिक 'भरत मुनि' थे और 'रस' उत्पत्ति को सबसे पहले भरत मुनि ने परिभाषित किया।
Tags : नाट्यशास्त्र हिंदी साहित्य
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