केशव कहि न जाइ का कहिए में कौन सा रस है?

(A) रौद्र रस
(B) शांत रस
(C) भयानक रस
(D) अद्भुत रस

Answer : अद्भुत रस

Explanation : केशव कहि न जाइ का कहिए। देखत तव रचना विचित्र अति समुझि मनहिं मन रहिये। पंक्ति में अद्भुत रस है। अद्भुत रस की परिभाषा अनुसार– किसी असाधारण वस्तु या घटना को देखकर हृदय में कुतुहल विशेष तथा आश्चर्य भाव उत्पन्न होता है, जिसे ​'विस्मय' कहते हैं, यही स्थायी भाव 'विस्मय' जब विभाव, अनुभाव और संचारी भावों के संयोग से रस रूप में परिणत हो जाता है, तब उसे 'अद्भुत रस' कहते है। सामान्य हिंदी के अन्तर्गत रस संबंधी प्रश्न पूछे जाते है। जो आपके लिए कर्मचारी चयन आयोग, बीएड., आईएएस, सब इंस्पेक्टर, पीसीएस, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए भी उपयोगी होते है।
Tags : रस के अंग रस के प्रकार रस हिन्दी व्याकरण वीर रस
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Keshav Kahi Na Jai Ka Kahiye Mein Kaun Sa Ras Hai