खगोलीय दूरी प्रकाश वर्ष में क्यों मापी जाती है?

(A) तारकीय पिण्डों के बीच की दूरियां परिवर्तित नहीं होती हैं।
(B) तारकीय पिण्डों का गुरुत्व परिवर्तित नहीं होता है।
(C) प्रकाश सदैव सीधी रेखा में यात्रा करता है।
(D) प्रकाश की गति (स्पीड) सदैव एकसमान होती है।

Answer : प्रकाश की गति (स्पीड) सदैव एकसमान होती है।

Explanation : खगोलीय दूरियों को प्रकाश-वर्ष में मापे जाने का मुख्य कारण यह है कि प्रकाश की गति (स्पीड) सदैव एकसमान होती है। इस गति को मानक माना जाता है, इसमें कोई परिवर्तन नहीं होता, जबकि खागोलीय पिण्डों के बीच की दूरियां बदलती रहती हैं। ऐसे में बदलती दूरियों के साथ-साथ प्रकाश वर्ष द्वारा खगोलीय पिण्डों के मध्य की सटीक दूरी आसानी से ज्ञात की जा सकती है। प्रकाश वर्ष कोई समय सूचक नहीं है, बल्कि ब्रह्मांड के परिप्रेक्ष्य में इसे दूरी (1 प्रकाश वर्ष = 9.46x1015 मी) का मात्रक माना जाता है। अंतरिक्ष में खगोलीय पिण्ड एक-दूसरे से लाखों-करोड़ों की दूरी पर स्थित होते हैं, जिसके मध्य की दूरी को किलोमीटर या मील में नहीं मापा जा सकता है। इसलिए दूरी मापने में प्रकाश वर्ष का उपयोग किया जाता है।
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Khagoliy Duri Prakash Varsh Mein Kyon Mapi Jaati Hai