किलक अरे मैं नेह निहारूँ। इन दाँतों पर मोती वारूँ में कौनसा रस है?

(A) वीर रस
(B) शांत
(C) वात्सल्य रस
(D) हास रस

Answer : वात्सल्य रस

Explanation : किलक अरे मैं नेह निहारूँ। इन दाँतों पर मोती वारूँ में वात्सल्य रस है। वात्सल्य रस की परिभाषा अनुसार — माता—पिता का संतान के प्रति जो स्नेह होता है, उसे 'वात्सल्य' कहते हैं, यही 'वात्सल्य' स्थायी भाव जब विभाव, अनुभाव और संचारी भावों में संयुक्त होकर रस रूप में परिणत हो जाता है, तब 'वात्सल्य रस' कहलाता है। सामान्य हिंदी के अन्तर्गत रस संबंधी प्रश्न पूछे जाते है। जो आपके लिए कर्मचारी चयन आयोग, बीएड., आईएएस, सब इंस्पेक्टर, पीसीएस, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए भी उपयोगी होते है।
Tags : रस के अंग रस के प्रकार रस हिन्दी व्याकरण वात्सल्य रस
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Kilak Are Mai Neh Niharu In Danton Par Moti Varun Mein Kaun Sa Ras Hai