महाभारत का फारसी अनुवाद किसने किया था?

(A) अबुल फजल
(B) अकबर
(C) मौलाना अब्दुल कादिरी बदायूँनी
(D) फैजी

Answer : मौलाना अब्दुल कादिरी बदायूँनी

Explanation : महाभारत का फारसी अनुवाद मौलाना अब्दुल कादिरी बदायूँनी ने किया था। जिसका इसका नाम 'रज्मनामा' रखा। बादशाह अकबर के हुक्म से उनके दरबार के खास विद्वान मुल्ला अब्दुल कादिर बदायूंनी ने यह कार्य 16वीं सदी में किया था। मुल्ला कादरी फारसी, अरबी और उर्दू भाषा के साथ संस्कृत के भी प्रकांड विद्वान थे। बादशाह अकबर के दरबार में यूं तो एक से बढ़कर एक विद्वान थे, लेकिन उनमें मुल्ला अब्दुल कादिर बदायूंनी एक ऐसी शख्सियत रहे, जिनका अरबी फारसी के साथ ही संस्कृत पर भी गजब का अधिकार था। मुल्ला कादरी का जन्म भले ही राजस्थान में हुआ था, लेकिन बाद में तालीम के सिलसिले में वे बदायूं आए और यहीं के होकर रह गए। 1573 ई. में जमाल खां और हकीम एनुल मुतक इन्हें अकबर के दरबार में ले गए और इन्हें दरबारी विद्वानों में शामिल कर लिया गया। दरअसल अकबर हिंदुओं और मुसलमानों को एक-दूसरे के निकट लाना चाहता था। जिसके लिए यह आवश्यक था कि वे एक-दूसरे की संस्कृति को जानें औ समझे। अत: इसके लिए अकबर ने 1574 में फ़तेहपुर सीकरी में एक मकतबख़ाना यानि अनुवाद विभाग की स्थापना की।
Tags : अकबर इतिहास प्रश्नोत्तरी मध्यकालीन भारत प्रश्नोत्तरी शाहजहाँ
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Web Title : Mahabharat Ka Farsi Anuvad Kisne Kiya Tha