‘मन पछितैहै अवसर बीते’ में कौन सा रस है?

(A) करुण रस
(B) शांत रस
(C) भक्ति रस
(D) वात्सल्य रस

Answer : भक्ति रस

Explanation : मन पछितैहै अवसर बीते। दुर्लभ देह पाइ हरिपद भजु, करम, बचन अरु हीते॥ इस पंक्ति में भक्ति रस है। भक्ति रस की परिभाषा अनुसार– भगवत् गुण सुनकर जब चित्त उसमें निमग्न हो जाता है, तब 'भगवद्विषयक अनुरांग' नामक स्थायी भाव उत्पन्न होता है; यह विभाव, अनुभाव तथा संचारी भाव से संयुक्त होकर 'भक्ति रस' में परिणत हो जाता है। जैसे—मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो न कोई। सामान्य हिंदी के अन्तर्गत रस संबंधी प्रश्न पूछे जाते है। जो आपके लिए कर्मचारी चयन आयोग, बीएड., आईएएस, सब इंस्पेक्टर, पीसीएस, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए भी उपयोगी होते है।
Tags : भक्ति रस रस के अंग रस के प्रकार रस हिन्दी व्याकरण
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Man Pachhitaihai Avasar Beete Mein Kaun Sa Ras Hai