मराठों के अंतर्गत भू-राजस्व वसूलने का उत्तरदायित्व किसका था?
(A) पटेल
(B) कुलकर्णी
(C) मिरासदार
(D) सिलाहवार
Question Asked : [UPPCS (Pre) GS Ist History 2001]
मराठा प्रशासन के अंतर्गत भू-राजस्व वसूलने का उत्तरदायित्व गांव के मुखिया (पटेल) पर होता था। पटेल का पद वंशानुगत और हस्तातंरणीय था। कुलकर्णी भू-राजस्व का ब्यौरा तैयार करता था। भू-राजस्व का निर्धारण करने के लिए भूमि का उत्पादन तथा सिंचाई की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सावधानी से वर्गीकरण किया जाता था जिसमें गांव के पाटिल की विशेष भूमिका रहती थी। कितु बाजीराव द्वितीय के काल मे भू-राजस्व के उपर्युक्त के तरीके को बदल दिया गया तथा भूमि को इजारा (सबसे ऊंची बोली वाले) को दिया गया। उसके काल में बहुत से मआलातदार (राज्य कर्मचारी) इजरादार बन गये। इसके अतिरिक्त भू-राजस्व में बहुत से अन्य उपकरों के शामिल किये जाने के कारण प्रशासन की राजस्व संबंधी मांग में बढ़ोत्तरी हो गयी।
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Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी, प्राचीन काल भारत, मध्यकालीन भारत
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