मितं च सारं च वचो हि वाग्मिता का अर्थ

(A) संक्षिप्त, सार-रूप में कथन करना ही कला है।
(B) हठ न करना ही बुद्धिमानी है।
(C) कर्मशील मनस्वी व्यक्ति सुख-दुख की परवाह नहीं करता।
(D) भिन्न-भिन्न मनुष्य की प्रवृत्ति भिन्न होती है।

Answer : संक्षिप्त, सार-रूप में कथन करना ही कला है।

Explanation : मितं च सारं च वचो हि वाग्मिता का अर्थ संक्षिप्त, सार-रूप में कथन करना ही कला है। यह संस्कृत की प्रसिद्ध कहावत है। मितं च सारं च वचो हि वाग्मिता श्लोक, मितं च सारं च वचो हि वाग्मिता मीनिंग इन हिंदी शब्दार्थ है संक्षिप्त, सार-रूप में कथन करना ही कला है। संस्कृत के मुहावरे एवं संस्कृत लोकोक्तियाँ के अर्थ सामान्य हिंदी के पेपर में अक्सर पूछे जाते है। संस्कृत की एक प्रचलित कहावत यह भी है–
उदर निमिंत्त बहु कृत वेषा।
अर्थ – पेट भरने के लिए अनेक प्रकार के रूप बनाने पड़ते हैं।
Tags : संस्कृत मुहावरे संस्कृत लोकोक्तियाँ
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Web Title : Mitran Cha Saram Cha Vacho Hi Vagmita