नाट्यशास्त्र में कितने रस है?

(A) पांच रस
(B) सात रस
(C) आठ रस
(D) दस रस

Answer : आठ रस

Explanation : नाट्यशास्त्र में आठ (8) रस है। भरत मुनि द्वारा लिखित नाट्यशास्त्र प्रथम शताब्दी की रचना है। जो भारतीय साहित्य और संगीत का अथाह भंडार है। इसमें रस, छंद, वेशभूषा, रंगमंच, अभिनय, संगीत तथा नृत्य सभी की विस्तृत जानकारी दी गई है। भारतीय सौन्दर्य शास्त्र के प्रथम दार्शनिक 'भरत मुनि' थे। उन्होंने नाट्यशास्त्र में 49 भावों (आठ स्थाई, तैतिस संचारी और आठ सात्त्विक) का विवेचन किया है। 'रस' उत्पत्ति को सबसे पहले भरत मुनि ने परिभाषित किया। भरतमुनि के पश्चात् 'रस सिद्धान्त' का प्रतिपादन अभिनवगुप्त ने किया। भारतीय सौन्दर्य शास्त्र में 'रस प्रतीति में विघ्न' की बात अभिनव गुप्त ने कही है। नाट्य शास्त्र में 36 अध्याय है।
Tags : नाट्यशास्त्र हिंदी साहित्य
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Web Title : Natya Shastra Me Kitne Ras Hai