पारसी अपने पूजा स्थल को क्या कहते हैं?

What is the place of worship for Parsis

(A) आग मंदिर
(B) दार-ए मेहर
(C) पारसी मंदिर
(D) अवेस्ता

Answer : दार-ए मेहर (फारसी) में या अगियारी (गुजराती)

पारसी अपने पूजा स्थल को दार-ए मेहर (फारसी) या अगियारी (गुजराती) में कहते हैं। 'पारसी' या 'ज़रथुष्ट्र' धर्म एकैकाधिदेववादी धर्म है, जिसका तात्पर्य यह है कि पारसी लोग एक ईश्वर 'अहुरमज्द' में आस्था रखते हुए भी अन्य देवताओं की सत्ता को नहीं नकारते। यद्यपि अहुरमज्द उनके सर्वोच्च देवता हैं, परन्तु दैनिक जीवन के अनुष्ठानों व कर्मकांडों में 'अग्नि' उनके प्रमुख देवता के रूप में दृष्टिगत होते हैं। इसीलिए पारसियों को अग्निपूजक भी कहा जाता है। पारसियों की शव-विसर्जन विधि विलक्षण है। वे शवों को किसी ऊँची मीनार पर खुला छोड़ देते हैं, जहाँ गिद्ध-चील उसे नोंच-नांचकर खा जाते हैं। बाद में उसकी अस्थियाँ एकत्रित कर दफना दी जाती है। परन्तु हाल के वर्षों में इस परम्परा में कमी हो रही है और शव को सीधे दफनाया जा रहा है।
Tags : धर्म
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Web Title : Parsi Apne Pooja Sthal Ko Kya Kahate Hain