पृथ्वी पर ज्वालामुखी निकलने का क्या कारण है?

(A) प्लेट विवर्तनिकी
(B) कमजोर भू-पटल का होना
(C) गैसों की उत्पत्ति
(D) उपयुक्त सभी

Answer : उपयुक्त सभी

Explanation : पृथ्वी पर ज्वालामुखी निकलने का कारण प्लेट विवर्तनिकी, कमजोर भू-पटल का होना, भू-गर्भ में अत्यधिक तापमान का होना, गैसों की उत्पत्ति आदि है। प्लेट विवर्तनिकी के विनाशी प्लेट किनारों के सहारे विस्फोटक प्रकार के ज्वालामुखी का उद्गार होता है। जब दो प्लेट आमने-सामने सरकती हैं, तो उनकी आपसी टक्कर के कारण कम घनत्व वाली प्लेट नीचे चली जाती है और 100 किमी की गहराई में पहुँचकर पिघल जाती है एवं केन्द्रीय उद्भेदन के रूप में प्रकट होती है। ऐसी ज्वालामुखी क्रिया परिप्रशान्त मेखला में घटित होती है। इसके अलावा ज्वालामुखी उद्गार के लिए कमजोर भू-भागों का होना अति आवश्यक है। ज्वालामुखी का लावा कमजोर भू-भागों को ही तोड़कर धरातल पर आता है। प्रशान्त महासागर के तटीय भाग, पश्चिमी द्वीप समूह और एण्डीज पर्वत क्षेत्र के ज्वालामुखी इसका प्रमाण हैं।

गैसों में जलवाष्प सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। वर्षा का जल भू-तल की दरारों तथा रन्ध्रों द्वारा पृथ्वी के आंतरिक भागों में पहुँच जाता है और वहाँ पर अधिक तापमान के कारण जलवाष्प में परिवर्तित हो जाता है। समुद्र तट के निकट समुद्री जल भी रिसकर नीचे की ओर चला जाता है और जलवाष्प बन जाता है। जब जल से जलवाष्प बनती है, तो उसका आयतन तथा दबाव बहुत बढ़ जाता है। अत: वह भू-तल पर कोई कमजोर स्थान पाकर विस्फोट के साथ बाहर निकल आती है।
Tags : भूगोल प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Prithvi Par Jwalamukhi Nikalne Ka Kya Karan Hai