रजनीश का संधि-विच्छेद क्या है?

(A) रजनी + ईश
(B) रज + नीश
(C) रजनि + ईश
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer : रजनी + ईश

Explanation : 'रजनीश' का संधि-विच्छेद रजनी + ईशहोगा। इसमें दीर्घ संधि (Dirgha Sandhi) है। दीर्घ संधि (अकः सवर्णे दीर्घः) की परिभाषा के अनुसार यदि प्रथम शब्द के अंत में ह्स्व अथवा दीर्घ अ, इ, उ, ऋ में से कोई एक वर्ण हो और द्वितीय शब्द के आदि में उसी का समान वर्ण हो तो दोनों के स्थान पर एक दीर्घ हो जाता है। यह दीर्घ संधि कहलाती है। जैसे–परम+अर्थ = परमार्थ, सूर्य+अस्त = सूर्यास्त, दैत्य+अरि = दैत्यारि, राम+अवतार = रामावतार, देह+अंत = देहांत, अद्य+अवधि = अद्यावधि, उत्तम+अंग = उत्तमांग आदि। संधि विग्रह यानि संधि विच्छेद के अधिकतर सवाल लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे–संघ एवं राज्य लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, सब–इंस्पेक्टर्स, रेलवे भर्ती, समूह 'ग', टीईटी, बी.एड, वन विभाग भर्ती आदि में पूछे जाते है।
Tags : संधि विक्षेद संधि विग्रह संधि विच्छेद
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Rajneesh Ka Sandhi Vichchhed