रामचरितमानस कितने दिन में लिखा गया?

(A) 850 दिन में
(B) 966 दिन में
(C) 1000 दिन में
(D) 1966 दिन में

Answer : 966 दिन में

Explanation : रामचरितमानस 966 दिन में लिखा गया था। इस तरह दो साल, सात महीने और छब्बीस दिन में श्रीरामचरित मानस ग्रंथ पूरा हुआ। संवत् 1633 के मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष में श्रीराम विवाह के दिन इस ग्रंथ के सातों खंड पूरे हुए। माना जाता है कि तुलसीदासजी को सपने में आकर शिवजी ने आदेश दिया कि तुम अपनी भाषा में काव्य रचना करो। ये सपना देखते हुए वो उठे। तभी वहां भगवान शिव-पार्वती प्रकट हुए और उन्होंने कहा कि तुम अयोध्या में जाकर रहो और हिंदी में काव्य रचना करो। भगवान शिव की आज्ञा से तुलसीदासजी अयोध्या आ गए। इसके बाद संवत् 1631 को रामनवमी के दिन वैसा ही योग था जैसा त्रेतायुग में रामजन्म के समय था। उस दिन सुबह तुलसीदासजी ने श्रीरामचरित मानस लिखना शुरू की थी। रचना पूरी होते ही तुलसीदासजी इस ग्रंथ को लेकर काशी गए और ये पुस्तक भगवान विश्वनाथ के मंदिर में रख दी।

गोस्वामी तुलसीदासजी का जन्म संवत् 1554 में हुआ था। कहा जाता है कि जन्म लेने के बाद तुलसीदासजी रोए नहीं, बल्कि उनके मुंह से राम शब्द निकला। इसलिए बचपन में इनका नाम रामबोला था। बड़े होने के बाद काशी में शेषसनातनजी के पास रहकर तुलसीदासजी ने वेद और उसके अंगों की पढ़ाई की। उन्होंने श्रीरामचरित मानस की रचना की थी। गोस्वामीजी ने 12 ग्रंथ लिखे। श्रीरामचरित मानस के बाद विनय पत्रिका उनका एक अन्य महत्वपूर्ण काव्य है। सावन महीने के शुक्लपक्ष की सातवीं तिथि पर गोस्वामी तुलसीदास की जयंती मनाई जाती है।
Tags : रामचरितमानस हिन्दू धार्मिक
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Web Title : Ramcharitmanas Kitne Din Mein Likha Gaya