रामचरितमानस में कितने खंड है?

(A) पांच खंड
(B) छ: खंड
(C) सात खंड
(D) नौ खंड

Answer : सात खंड

Explanation : रामचरितमानस में कुल सात खंड हैं- बालकांड, अयोध्याकांड, अरण्यकांड, किष्किन्धाकांड, सुंदरकांड, लंकाकांड (युद्धकांड) और उत्तरकांड। इसमें छंदों की संख्या के अनुसार सबसे बड़ा बालकांड और सबसे छोटा किष्किन्धाकांड हैं। सुंदरकांड के अतिरिक्त सभी अध्यायों के नाम स्थान या स्थितियों के आधार पर रखे गए हैं। बाललीला का बालकांड, अयोध्या की घटनाओं का अयोध्या कांड, जंगल के जीवन का अरण्य कांड, किष्किंधा राज्य के कारण किष्किंधा कांड, लंका के युद्ध का लंका कांड और जीवन से जुड़े प्रश्नों के उत्तर उत्तरकांड में दिए गए हैं।

तुलसीदासजी ने श्रीरामचरित मानस दो साल, सात महीने और छब्बीस दिन में पूरा किया। संवत् 1633 के मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष में श्रीराम विवाह के दिन इस ग्रंथ के सातों खंड पूरे हुए। रचना पूरी होते ही तुलसीदासजी इस ग्रंथ को लेकर काशी गए और ये पुस्तक भगवान विश्वनाथ के मंदिर में रख दी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा माना जाता है कि तुलसीदासजी को सपने में आकर शिवजी ने आदेश दिया कि तुम अपनी भाषा में काव्य रचना करो। ये सपना देखते हुए वो उठे। तभी वहां भगवान शिव-पार्वती प्रकट हुए और उन्होंने कहा कि तुम अयोध्या में जाकर रहो और हिंदी में काव्य रचना करो। भगवान शिव की आज्ञा से तुलसीदासजी अयोध्या आ गए। इसके बाद संवत् 1631 को रामनवमी के दिन वैसा ही योग था जैसा त्रेतायुग में रामजन्म के समय था। उस दिन सुबह तुलसीदासजी ने श्रीरामचरित मानस लिखना शुरू की थी।
Tags : रामचरितमानस हिन्दू धार्मिक
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Web Title : Ramcharitmanas Mein Kitne Kand Hai