रस को नाट्य तक सीमित रखने का सर्वप्रथम विरोध किसने किया?

(A) भामह
(B) रूद्रट
(C) आनन्दवर्धन
(D) अभिनवगुप्त

Answer : अभिनवगुप्त

Explanation : रस को नाटय तक सीमित रखने का सर्वप्रथम विरोध करने वाले अभिनव गुप्त हैं। रस का स्वरूप स्पष्ट करते हुए अभिनव गुप्त ने यह प्रतिपादित किया कि रस नाटक या काव्य रचना का कोई एक अंग या तत्व नहीं है, अपितु वह समस्त रचना में व्याप्त सर्वांगीण तत्व है। जिस प्रकार हम जीवित व्यक्ति के शरीर में प्राण को उसका कोई एक अवयव या तत्व नहीं मान सकते, उसी प्रकार रस भी काव्य को कोई विशेष अवयव या तत्व नहीं कह सकते हैं।
Tags : महादेवी वर्मा सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Ras Ko Natya Tak Simit Rakhne Ka Sarvapratham Virodh Kisne Kiya