साबुन का झाग सफेद क्यों होता है?
November 20, 2021
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आईपीसी की धारा 155 क्या है- IPC Section 155 in Hindi
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 155 के अनुसार,
उस व्यक्ति का दायित्व, जिसके फायदे के लिए बल्वा किया जाता है – जब कभी किसी ऐसे व्यक्ति के फायदे के लिए या उसकी ओर से बल्वा किया जाए, जो किसी भूमि का, जिसके विषय में ऐसा बल्वा हो, स्वामी या अधिभोगी हो या जो ऐसी भूमि में या बल्वे को पैदा करने वाले किसी विवादग्रस्त विषय में कोई हित रखने का दावा करता हो या जो उससे फायदा प्रतिगृहीत कर या पा चुका हो, तब ऐसा व्यक्ति, जुर्माने से दंडनीय होगा, यदि वह या उसका अभिकर्ता या प्रबंधक इस बात का विश्वास करने का कारण
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क्वारंटाइन मीनिंग इन हिंदी | Quarantine Meaning in Hindi
क्वारंटाइन (Quarantine) का हिंदी मीनिंग होता है–'छूतरोग से पीड़ित व्यक्तियों को अलग रखने का प्रबंध।' लगभग पूरे विश्व में फैले कोरोना वायरस की जंग में 'क्वारंटाइन' और होम क्वारंटाइन शब्द काफी चर्चित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड 19 को महामारी घोषित कर दिया है। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इसके लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है। जो कि व्यक्ति के क्वारंटाइन होने पर चल सकेगा। होम क्वारंटाइन के दौरान होने वाले लक्षणों को पहचानकर ही कोरोना वायरस को काबू में किया जा सकता है।
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आईपीसी की धारा 110 क्या है- IPC Section 110 in Hindi
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 110 के अनुसार,
दुष्प्रेरण का दंड, यदि दुष्प्रेरित व्यक्ति दुष्प्रेरक के आशय से भिन्न आशय से कार्य करता है – जो कोई किसी अपराध के किए जाने का दुष्प्रेरण करता है, यदि दुष्प्रेरित व्यक्ति ने दुष्प्रेरक के आशय या ज्ञान से भिन्न आशय या ज्ञान से वह कार्य किया हो, तो वह उसी दंड से दंडित किया जाएगा, जो उस अपराध के लिए उपबंधित है, जो किया जाता यदि वह कार्य दुष्प्रेरक के ही आशय या ज्ञान से, न कि किसी अन्य आशय या ज्ञान से, किया जाता।
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आईपीसी की धारा 75 क्या है- IPC Section 75 in Hindi
भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 75 के अनुसार,
पूर्व दोषसिद्धि के पश्चात् अध्याय 12 या अध्याय 17 के अधीन कतिपय अपराधों के लिए वर्धित दंड — जो कोई व्यक्ति—
(क) भारत में से किसी न्यायालय द्वारा इस संहिता के अध्याय 12 या अध्याय 17 के अधीन तीन वर्ष या उससे अधिक की अवधि के लिए दोनों में से किसी भाँति के कारावास से दंडनीय अपराध के लिए दोषसिद्ध ठहराए जाने के पश्चात् उन दोनों अध्यायों में से किसी अध्याय के अधीन उतनी ही अवधि के लिए वैसे ही कारावास से दंडनीय किसी अपराध का दोषी हो, तो वह हर ऐसे पश्चातवर्ती
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Web Title : sabun ka jhag safed kyon hota hai
Tags : पुरस्कार और सम्मान