सखि नील नभस्सर से उतरा में कौन सा अलंकार है?

(A) सांग रूपक अलंकार
(B) निरंग रूपक अलंकार
(C) परम्परित रूपक अलंकार
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer : परम्परित रूपक अलंकार

Explanation : 'सखि नील नभस्सर से उतरा, यह हंस अहा तिरता-तिरता। अब तारक मौक्तिक शेष नहीं, निकला जिनको चरता चरता।' पंक्ति में परम्परित रूपक अलंकार है। परंपरित रूपक अलंकार की परिभाषा – जहाँ मुख्य रूपक किसी दूसरे रूपक पर अवलंबित हो या जहाँ एक आरोप दूसरे का कारण बनता हुआ दिखाया जाए वहाँ परंपरित रूपक होता है। सामान्य हिंदी प्रश्न पत्र में परंपरित रूपक अलंकार संबंधी प्रश्न पूछे जाते है। इसलिए यह प्रश्न आपके लिए कर्मचारी चयन आयोग, बीएड, आईएएस, सब इंस्पेक्टर, पीसीएस, बैंक भर्ती परीक्षा, समूह 'ग' आदि प्रतियोगी परीक्षाओं के अलावा विभिन्न विश्वविद्यालयों की प्रवेश परीक्षाओं के लिए भी उपयोगी साबित होगें।
Tags : अलंकार अलंकारिक शब्द परम्परित रूपक अलंकार
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Sakhi Neel Nabhassar Se Utara Me Alankar