समान कार्य के लिए समान वेतन किस प्रकार का अधिकार है?

(A) मौलिक अधिकार है
(B) राज्य के नीति-निदेशक सिद्धांतों का अंग है
(C) मौलिक कर्तव्य है
(D) आर्थिक अधिकार है

Answer : राज्य के नीति-निदेशक सिद्धांतों का अंग है

Explanation : समान कार्य के लिए समान वेतन राज्य के नीति-निदेशक सिद्धांतों का एक अंग है। अनुच्छेद 39 में उपर्बोधत है कि राज्य अपनी नीति का इस प्रकार संचालन करेगा कि सुनिश्चित रूप से सभी पुरुषों तथा स्त्रियों को जीविका के पर्याप्त साधन प्राप्त करने का अधिकार हो; समुदाय की भौतिक संपदा का स्वामित्व तथा नियंत्रण इस प्रकार बंटा हो जिससे सामूहिक हित का सर्वोत्तम रूप साधन हो; आर्थिक व्यवस्था इस प्रकार चले कि धन और उत्पादन के साधनों का सर्वसाधारण के लिए अहितकारी संकेंद्रण न हो; पुरुषों और स्त्रियों, दोनों का समान कार्य के लिए समान वेतन हो (यह मूल अधिकार नहीं है, किन्तु एक संवैधानिक लक्ष्य है)। रणधीर बनाम भारत संघ (AIR, 1982 एस.सी. 879) स्वास्थ्य को यथोचित स्थान देना भी राज्य का कार्य है। बालकों के स्वास्थ्य विकास के लिए गरिमामय वातावरण भी राज्य की जिम्मेदारी है।
Tags : भारतीय संविधान प्रश्नोत्तरी राज्य सभा संसद
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Saman Karya Ke Liye Saman Vetan Kis Prakar Ka Adhikaar Hai