संगीत रत्नाकर किसकी रचना है?

(A) जयशंकर प्रसाद
(B) शारंगदेव
(C) अमरकांत
(D) भीष्म साहनी

Answer : शारंगदेव

Explanation : संगीत रत्नाकर शारंगदेव की रचना है, जो 13वीं शताब्दी में प्राप्त हुआ। इसे दक्षिणी संगीत का भी आधार ग्रंथ माना जाता है। शारंगदेव ने (1) संवादी स्वर का अंतर 6 अथवा 12 श्रुतियों का माना है, जबकि उनके पूर्व भरत, दत्तिल और मतंग ने 9 अथवा 13वीं श्रुतियों का अंतर माना है। भरत के समान 18 जातियाँ मानी गई हैं। जाति के 13 लक्षण और समस्त रागों को दस भागों में बाँटा गया है, जिसे 'दस विधि राग वर्गीकरण' कहा गया। जातियों से ग्राम राग और ग्राम राग से राग और उपराग उत्पन्न माने गए हैं। ग्राम रागों की संख्या 30 मानी गयी। यह संगीत का अति महत्वपूर्ण ग्रंथ माना गया है।
Tags : हिंदी साहित्य
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Web Title : Sangeet Ratnakar Kiski Rachna Hai