शिवाजी के शासनकाल में वित्त मंत्री को किस नाम से जाना जाता था?

(A) पेशवा
(B) पण्डितराव
(C) मंत्री
(D) अमात्य

Question Asked : [UPPCS (Pre) GS Ist History 2001]

Answer : अमात्य

मराठा राज्य के संस्थापक शिवाजी ने शासन कार्य में सहायता के लिए अष्ट प्रधान नामक परिषद का गठन किया जो आधुनिक मंत्रिपरिषद की तरह थी। अष्ट प्रधान केवल उनके सचिवों के रूप में कार्य करते थे। वे न तो आगे बढ़कर कोई कार्य कर सकते थे, न ही नीति निर्धारण कर सकते थे, उनका कार्य शुद्ध रूप से सलाहकार का था। इसमें पेशवा का कार्य लोकहित का ध्यान रखना था। अमात्य, आय व्यय का लेखा परीक्षा करता था। मंत्री या वाकियानवीस, राजा को रोजनातचा रखता था। सुमंत या विदेश सचिव विदेशी मामलों की देखभाल करता था। पंत सचिव पर राजा के पत्राचार का दायित्व था। पंडित राव विद्वानों और धार्मिक कार्यों के लिए दिये जाने वाले अनुदानों का दायित्व निभाता था। सेनापति व न्यायाधीश अपना-अपना कार्य करते थे। वे क्रमश: सेना एवं न्याय विभाग के कार्यों को देखते थे।
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Web Title : Shivaji Ke Shasan Kal Mein Vitt Mantri Ko Kis Naam Se Jana Jata Tha