सिद्धामातृका का अभिप्राय है?

(A) सिद्धों का एक मठ
(B) एक बौद्ध ग्रंथ
(C) एक जैन देवी
(D) एक प्रकार की भारतीय वर्णमाला

Question Asked : [UPPCS (Pre) GS Ist History 2001]

Answer : एक प्रकार की भारतीय वर्णमाला

ब्राह्मी लिपि से द्रविण लिपियों को छोड़कर शेष समस्त लिपियां उद्भुत है। मौर्य युग में यह लिपि पूरी विकसित हो गयी। आगे चलकर गुप्तकाल में इसे 'गुप्त ब्राह्मी कहा गया और इसका विस्तार सुदूर दक्षिण एशिया और मध्य एशिया तक हो गया। इसी गुप्त ब्राह्मी की पश्चिम शाखा की पूर्वी उपशाखा से एक विशेष लिपि सिद्धमातृका अथवा न्यूनकोणीय लिपि का विकास हुआ। इसके विकास का समय लगभग छठीं शताब्दी माना जाता है। आगे चलकर गुप्त ब्राह्मी लिपि तीन प्रमुख () शारद, (2) कुटिल, (3) नागरी लिपियों में विकसित हुई। ये तीनों लिपियों ही आधुनिक उत्तर भारतीय लिपियों की जननी है।
Tags : इतिहास प्रश्नोत्तरी प्राचीन काल भारत मध्यकालीन भारत
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Web Title : Siddha Matrika Ka Abhipray Hai