स्त्रीणां माद्यं प्रणय वचनं विभ्रमो हि प्रियेषु का अर्थ

(A) सभी रिक्त पदार्थ हल्के तथा पूर्णता गौरव के लिए होती है।
(B) श्रेष्ठ जनों की सम्पत्तियां आर्त्तजनों के कष्टों को दूर कर देने वाली होती है।
(C) स्त्रियों का प्रिय के प्रति विलास प्रारम्भिक प्रार्थना वाक्य होता है।
(D) इनमें से कोई नहीं

Question Asked : TGT 2004, 2011

Answer : स्त्रियों का प्रिय के प्रति विलास प्रारम्भिक प्रार्थना वाक्य होता है

Explanation : स्त्रीणां माद्यं प्रणय वचनं विभ्रमो हि प्रियेषु का भावार्थ– स्त्रियों का प्रिय के प्रति विलास प्रारम्भिक प्रार्थना वाक्य होता है। मेघ के प्रति निर्विन्ध्या द्वारा दिखाये गये विभ्रम के संदर्भ में।
Tags : सामान्य हिन्दी प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Stream Madam Pranay Vachanam Vibhramo Hi Priyeshu