थियोसोफिकल सोसाइटी का प्रमुख सिद्धांत क्या है?

(A) मानवता के लिए विश्व बंधुत्व की भावना का निर्माण।
(B) प्राचीन धर्मों, दर्शनों और विज्ञानों को बढ़ावा देना।
(C) ईसाई धर्म-सिद्धांतों की सर्वोच्चता की उद्घोषणा।
(D) प्रकृति के नियमों का अंवेषण और मनुष्य में छुपी दैवी शक्तियों का विकास करना।

Answer : मानवता के लिए विश्व बंधुत्व की भावना का निर्माण।

Explanation : थियोसोफिकल सोसायटी की स्थापना मैडम ब्लावटस्की व हेनरी आल्कॉट ने 1875 ई. में न्यूयॉर्क में की थी। इस सोसायटी ने हिन्दू धर्म को विश्व का सर्वाधिक गूढ़ एवं आध्यात्मिक धर्म माना 1875 ई. में इसका अंतर्राष्ट्रीय कार्यालय अड्यार में खोला गया। थियोसॉफी (ब्रह्म विद्या) हिन्दू धर्म के आध्यात्मिक दर्शन और उसके कर्म सिद्धांत तथा आत्मा के पुनर्जन्म सिद्धांत का समर्थन करती है। इसके प्रमुख उद्देश्य मानवता के लिए विश्व बंधुत्व की भावना का निर्माण करना प्राचीन धर्मों दर्शनों और विज्ञानों को बढ़ावा देना, प्रकृति के नियमों का अन्वेषण और मनुष्य में छुपी देवी शक्तियों का विकास करना है।
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
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Web Title : Theosophical Society Ka Pramukh Siddhant Kya Hai