(A) थकावट से बदन में दर्द होना (B) शरीर को लगना (C) दया की भीख मांगना (D) नियन्त्रण न होना
(A) प्रारम्भ से समापन तक (B) प्यार से गोद में लेना (C) बहुत बड़ा अन्तर (D) अयोग्य व्यक्तियों के मध्य कम योग्य भी ज्यादा योग्य बनता है
(A) स्वावलम्बी होना (B) अपनी प्रशंसा स्वयं करना (C) असम्भव कार्य करना (D) एक-मात्र सहारा होना
(A) व्यर्थ के कार्य करना (B) अपनी कहना, दूसरे की न सुनना (C) बहुत अधिक जिद करना (D) जान-बूझकर स्वंय को संकट में डालना
(A) बहुत ऊंचा होना (B) ओछे व्यक्ति का इतरा कर चलना (C) कठिन और असम्भव कार्य करना (D) अधिक बलवान से वैर-भाव मोल लेना
(A) ऐसा कथन, जिस पर कोई ध्यान न दे (B) क्रोध में कठोर वचन बोलना (C) विश्वासघाती होना (D) अयोंग्य के हाथ अनायास अच्छी वस्तु का लगाना
(A) सामना करना (B) मूर्खता करना (C) अधिक बुद्धिमान (D) कुछ समझ में न आना
(A) असहाय व्यक्ति से सहायता मांगना (B) टालमटोल करना (C) क्रोध करना, क्रोध से आंखें लाल हो जाना (D) लक्ष्य-विहीन प्रयास करना
(A) खतरनाक कार्य करना (B) जान-बूझकर किसी बात पर ध्यान न देना (C) चुपचाप दु:ख सह लेना (D) रोष और जलन के मारे कुढ़ना
(A) प्रकृति और नियम के विरुद्ध कार्य करना (B) अत्यन्त प्रिय होना (C) अपनी सत्यता की परीक्षा देना (D) कठिन दु:ख सहना
(A) सम्मान खो देना (B) दु:ख होना (C) बहुत प्यारा (D) अल्प-ज्ञान होना
(A) भाग खड़े होना (B) कतरा कर निकल जाना (C) अच्छा लेखक (D) विरोध प्रकट करना
(A) कोई ठिकाना न होना (B) कष्टों का अनुभव होना (C) बदनाम करना (D) भारी भीड़ होना
(A) पहुंच से बाहर होना (B) सुपूत (C) ध्यान न देकर पढ़ना, अल्प-ज्ञान होना (D) बेकार