प्राचीन काल भारत

  • पृथ्वीराज रासो की रचना किसने की?
    पृथ्वीराज रासो की रचना चंदबरदाई ने की थी, इन्हें पृथ्वीराज चौहान 'राय पिथौरा' का संरक्षण प्राप्त था। इस ग्रंथ में इन्होंने पृथ्वीराज चौहान की विजय गाथा तथा उसके द्वारा लड़े गये युद्धों का वर्णन किया है। बतादें कि इस प्रकार के प्राचीन एवं मध्यकालीन भा ...Read More
  • परमार (Parmar) निवासी थे?
    परमारों ने मालवा में शासन किया था। इस वंश के अभिलेख में सर्वप्रथम सीयक द्वितीय का हार्सोल अभिलेख (948 ई.) है, जिससे परमार वंश का प्रारंभिक इतिहास ज्ञात होता है। परमार वंश की स्थापना दूसरी शताब्दी ई. के प्रथम चरण में उपेद्र अथवा कृष्णराज नामक व्यक्ति ...Read More
  • चोल शासक किस धर्म के अनुयायी थे?
    चोल राजाओं के समय में तमिल प्रदेश में शैव तथा वैष्णव धर्मों का बोलबाला था। शैव नायनारों तथा वैष्णव आचार्यों ने इन धर्मों के प्रचार-प्रसार के लिए व्यापक आंदोलन चलाया। इनमें भी शैव धर्म अधिक लोकप्रिय था। चोल वंश के अधिकांश शासक उत्साही शैव थे, जिन्होंन ...Read More
  • विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना किसने की थी?
    धर्मपाल एक उत्साही बौद्ध था। उसके लेखों में उसे 'परमसौगात' कहा गया है। उसे विक्रमशिला तथा सोमपुरी (पहाड़पुर) में प्रसिद्ध विहारों की स्थापना की। बतादें कि इस प्रकार के प्राचीन एवं मध्यकालीन भारतीय इतिहास से सं​बंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते है। जिसके उ ...Read More
  • किसने ऐहोल अभिलेख की रचना की?
    बादामी के चालुक्य वंश के इतिहास के प्रमाणिक साधन अभिलेख हैं। इनमें सर्वाधिक महत्वपूर्ण पुलकेशिन द्वितीय का ऐहोल अभिलेख हैं। यह लेख एक प्रशस्ति के रूप में है तथा इसकी भाषा संस्कृत हैं, लिपि दक्षिणी ब्राह्मी है। इस लेख की रचना रविकीर्ति ने की थी।बतादें ...Read More
  • Related Questions