क्या आप जानते हैं

आईपीसी की धारा 67 क्या है- IPC Section 67 in Hindi

भारतीय दंड संहिता 1860 की धारा 67 के अनुसार, जुर्माना न देने पर कारावास, जबकि अपराध केवल जुर्माने से दंडनीय हो — यदि अपराध केवल जुर्माने से दंडनीय हो तो वह कारावास, जिसे न्यायालय जुर्माना देने में व्यतिक्रम होने की दशा के लिए अधिरोपित करे, सादा होगा और वह अवधि, जिसके लिए जुर्माना देने में […]

बजट (Budget) से क्या तात्पर्य है?

बजट शब्द की उत्पत्ति लातिन शब्द बुल्गा से हुई। बुल्गा का अर्थ होता है चमड़े का थैला। इसी से बाद में फ्रांसीसी शब्द बोऊगेट बना। इसके बाद अस्तित्व में आया अंग्रेजी शब्द बोगेट या बोजेट, फिर यही शब्द बजट बना। भारत में पहला बजट जेम्स विल्सन ने 18 फरवरी 1860 को पेश किया था। जेम्स […]

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) क्या है?

केरल के पारूर (Parur) विधान सभा के 50 बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का प्रयोग पहली बार मई 1982 में किया गया। नवम्बर 1998 में मध्य प्रदेश के पांच, राजस्थान के पांच और दिल्ली के छ: विधान सभाओं के चुनाव में बड़े पैमाने पर का प्रयोग किया गया। EVM का प्रयोग करके वर्ष 1999 […]

जानिए क्या थी धारा-66ए आईटी एक्ट?

आईटी कानून को वर्ष 2000 में बनाया गया था। पर उस वक्त विवादास्पद धारा 66(A) को शामिल नहीं किया गया था। इसमें वर्ष 2008 में संशोधन कर धारा-66ए को जोड़ा गया जो फरवरी 2009 में लागू हो गया था। इसके तहत सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और अश्लील सामग्री पोस्ट करने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी का […]

महिला स्वयंसिद्धा योजना क्या है?

महिला स्वयंसिद्धा योजना महिला सशक्तिकरण के लिए 12 जुलाई 2001 को केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री द्यारा केन्द्रीय परामर्श समिति की बैठक में इसकी घोषणा की गई थी। महिला स्वयं सिद्ध योजना को पूर्व में संचालित इंदिरा महिला योजना और महिला समृद्धि योजना के स्थान पर क्रियान्वित किया जा रहा है। नई योजना को महिलाओं […]

राष्ट्रीय महिला कोष क्या है?

राष्ट्रीय महिला कोष की स्थापना 20 मार्च, 1993 में 31 करोड़ रुपये के कोष के साथ की गई। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कमजोर वर्ग की महिलाओं को क्रेडिट के रूप में आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इसका पंजीकरण एक सोसायटी के रूप में सोसायटी एक्ट 1860 के अन्तर्गत किया गया। इस कोष का संचालन एक […]

महिला विकास निगम क्या है?

महिला विकास निगम योजना देश के विभिन्न राज्यों में वर्ष 1986-87 में प्रारम्भ की गई थी। महिला विकास निगम (WDCs) महिलाओं के विकास में एक उत्प्रेरक की भूमिका ​का निर्वाह करती है। इसके प्रमुख कार्य क्रेडिट कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराना, तकनीकी सलाह देना, महिलाओं द्यारा तैयार उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराना, महिला सहकारी संस्थाओं […]

इफको (IFFCO) क्या है?

फर्टिलाइजर सेक्टर में दुनिया की सबसे बड़ी सहकारी संस्था इफको (IFFCO) की स्थापना वर्ष 1967 में हुई थी और इसका उद्देश्य था खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करा। इसी उद्देश्य के साथ इफको के आज देश में 5 प्लान्ट हैं। इफको के साथ देशभर के 4 करोड़ से ज्यादा किसान सीधे जुड़े हुए हैं। ये किसान […]

ब्लूटूथ क्या है?

ब्लू टूथ सूचना प्रौद्योगिकी से सम्बन्धित तीसरी पीढ़ी का उपकरण है, जो संचार क्षेत्र के लिए एक क्रान्तिकारी तकनीक साबित हुआ है, कम्प्यूटर जगत में ब्लू टूथ एक मानक टेक्नोलॉजी है जिसका मकसद हमारे कम्प्यूटरों को तारों के जाल से निजात दिलाना है, इस तकनीकी की मदद से सेलफोन और लैपटॉप या ऐसे कोई भी […]

ई-चौपाल क्या है?

गाँवों में कृषि से सम्बन्धित नवीनतम जानकारी के लिए ई-चौपाल केन्द्रों की तेजी से स्थापना हो रही है, इन ई-चौपाल केन्द्रों की स्थापना गाँवों में सरकार, निजी कम्पनियों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों एवं स्वयं सेवी संस्थानों द्वारा की जा रही है, ई-चौपाल केन्द्र निजी कम्पनियों, विकास संस्थानों एवं राज्य सरकारों का ऐसा नेटवर्क है जो इंटरनेट के […]

ई-गवर्नेंस क्या है?

शासन के विभिन्न घटकों-विभागों एवं मन्त्रालयों के सभी स्तरों को कम्प्यूटर आधारित नेटवर्क से जोड़कर नीति निर्धारण, संसाधन आवंटन, कार्यक्रम कार्यान्वयन तथा मूल्यांकन की प्रणाली ई-गवर्नेन्स कहलाती है। ई-प्रशासन अभी व्यावहारिक रूप से भले ही दूर की कौड़ी लगे, लेकिन जिसे रफ्तार से देश में सूचना प्रौद्योगिकी का विकास हो रहा है, भविष्य में देशवासियों ...

टेलीमेडिसिन क्या है?

यह संचार व सूचना प्रौद्योगिकी, चिकित्सा विज्ञान, इंजीनियरिंग एवं आयुर्विज्ञान का समन्वय है, टेली-मेडिसिन प्रणाली के अन्तर्गत विशेष रूप से तैयार किए गए हार्डवेयर और सॉफ्वेयर, रोगी तथा डॉक्टर को दोनों छोरों पर प्रदान किए जाते हैं, इनके जरिए रोग निवारण के उपकरण, एक्स-रे, ईसीजी, जाँच रिपोर्ट आदि रोगी तक पहुँचाए जाते हैं, यह जानकारी […]

नैनो तकनीक क्या है?

नैनो तकनीक के जरिए कृषि, पशुपालन एवं खाद्य प्रसंस्करण में चमत्कारिक परिवर्तन आएगा, इस तकनीक के जरिए पराजीनी फसलें या ट्रांसजेनिक क्रॉप्स तैयार की जा सकेंगी, अभी तक एक प्रजाति की दोअच्छी किस्मों से बेहतरीन जीन निकाल कर उम्दा किस्म तैयार की जाती हैं, लेकिन नैनो तकनीक ने इन सभी को चमत्कारिक रूप से कर […]