फेन प्लवन विधि का प्रयोग किस धातु के धातुकर्म में किया जाता है?

(A) सल्फाइड अयस्क्
(B) ऑक्साइड अयस्क
(C) सल्फेट अयस्क
(D) क्लोराइड अयस्क

Answer : सल्फाइड अयस्क्

Explanation : फेन प्लवन विधि का प्रयोग सल्फाइड अयस्क धातु के धातुकर्म में किया जाता है। 'फेन ल्वन विधि' सल्फाइड अयस्कों के सांद्रण की वह विधि है जिसमें गैलेना (PbS) कॉपर पाइराइट जैसे अयस्कों को ताड़ के तेल तथा गैस के मिश्रण में डालते हैं। तेल व जल में बने हुए सल्फाइड अयस्क के निलंब में जब वायु प्रवाहित करते हें तो सल्फाइड अयस्क के कण झाग बनकर ऊपर आ जाते हैं और अशुद्धियां नीचे बैठ जाती हैं।
सनद रहे कि प्रतियोगी परीक्षाओं में ​रसायन विज्ञान Chemistry GK से संबंधित ठोस, द्रव, गैस एवं गैस के नियम, रासायनिक संकेत, सूत्र तथा समीकरण, रासायनिक अभिक्रियाएं, रासायनिक गतिकी, तत्वों का अध्ययन, अक्रिय गैस, धातु एवं अधातु के प्रमुख यौगिक, प्रमुख वैज्ञानिक उपकरण, आविष्कार, आविष्कारक, अनुसंधान संस्थान तथा विज्ञान की प्रमुख शाखाएं आदि पर अनेक प्रश्न पूछे जाते है।
Tags : रसायन विज्ञान प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Phen Plavan Vidhi Ka Prayog Kis Dhatu Ke Dhatukarm Mein Kiya Jata Hai