मूल्यांकन की आवश्यकता कब होती है?

(A) कार्यक्रम के अंत में
(B) कार्यक्रम के शुरू में
(C) कार्यक्रम के दौरान एक बार
(D) कार्यक्रम के प्रत्येक चरण पर

Answer : कार्यक्रम के प्रत्येक चरण पर

Explanation : मूल्यांकन का सामान्य अर्थ है, मूल्य का आकलन। मूल्यांकन अंग्रेजी भाषा Evaluation का हिंदी रूपान्तरण है। मूल्यांकन यह अनुभवों की एक क्रमवार प्रक्रिया है जो लोगों को उनके द्वारा भविष्य में किये जाने वाले प्रयासों को और भी अधिक प्रभावित बनाने में सहायक होती है। इसलिए हम कह सकते हैं कि मूल्यांकन की आवश्यकता कार्यक्रम के प्रत्येक चरण में होती है। मूल्यांकन वह प्रयास है जिसके द्वारा यह जाना जाता है कि कार्यक्रम चलने के क्रम में तथा कार्यक्रम संपन्न होने के पश्चात् कौन-कौन से परिवर्तन आए तथा इन परिवर्तनों का श्रेय कार्यक्रम को कह दिया जा सकता है। प्रत्येक व्यक्ति के दैनिक ​जीवन में मूल्यांकन का व्यापक अर्थ एवं महत्व है। मनुष्य का बौद्धिक स्तर तार्किक होता है अधिकांश लोग प्रत्येक वस्तुओं को तार्किक होता है अधिकाशं लोग प्रत्येक वस्तुओं को तार्किक दृष्टि से देखते है लोग हमसे अच्छा व्यवहार करे या बुरा हम उसका तार्किक विश्लेषण अवश्य करते है पारस्परिक संबंधों का मूल्यांकन मुलाकात के बाद ही होता है।
Tags : गृह विज्ञान प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, IBPS, SSC, Railway, NDA, Police Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Mulyankan Ki Avashyakta Kab Hoti Hai