फलीदार पौधों में किस प्रकार की जड़ें पायी जाती हैं?

(A) शंकुरूपी जड़ें
(B) ग्रंथिका जड़ें
(C) गांठदार जड़ें
(D) चूषकी जड़ें

Question Asked : RRB Secunderabed TA Exam 22-08-2004

Answer : ग्रंथिका जड़ें

जड़ पौधों का वह भाग है जो बीजों के अंकुरण (Radicle) से बनता है और प्रकाश के विपरीत लेकिन जल एवं भूमि की ओर बढ़ता है। जड़ दो प्रकार की होती है।
(i) मूसला जड़ (Top root)
(ii) अपस्थानिक जड़ (Adventitions)
(i) मूसला जड़ – इस प्रकार की जड़ में मूलांकर (Radical) विकसित होकर एक मुख्य जड़ का निर्माण करता है। इस प्रकार की जड़ द्विबीज पत्री पौधों में पाए जाते हैं जैसे – गाजर, शलगम, चुंकदर आदि।
(ii) अपस्थानिक जड़ – कुछ पौधों में अंकुरण के कुछ समय पश्चात् मूलांकर की वृद्धि रुक जाती है तथा प्रांकुर (Plumle) के आधार या तने की निचली पवर्त संधियों से रेशे के रूप में जड़े विकसित हो सकती हैं। ग्रंथियां जड़े अपस्थानिक जड़े होती है। फलीदार पौधों में ग्रंथियां जड़े पाई जाती हैं।
Tags : जीव विज्ञान जीव विज्ञान प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
करेंट अफेयर्स 2023 और नवीनतम जीके अपडेट के लिए GK Prashn Uttar YouTube चैनल को सब्सक्राइब करें
Related Questions
Web Title : Falidar Podho Mein Kis Prakar Ki Jaden Payi Jati Hain