अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाला पहला हिंदी उपन्यास कौन बना है?

(A) द प्रॉमिस
(B) शग्गी बैन
(C) टॉम्ब ऑफ सैंड
(D) ‘गर्ल, वूमेन, अदर’

Answer : टॉम्ब ऑफ सैंड

Explanation : अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाला पहला हिंदी उपन्यास 'टॉम्ब ऑफ सैंड' (Tomb of Sand) बना है। लेखिका गीतांजलि श्री के हिंदी उपन्यास ‘टॉम्ब ऑफ सैंड’ को अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से 26 मई 2022 को नवाजा गया। यह उपन्यास इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित होने वाला किसी भारतीय भाषा का पहला उपन्यास है। लेखिका गीतांजलि श्री ने 50,000 ब्रिटिश पाउंड का पुरस्कार डेजी रॉकवेल के साथ साझा किया। रॉकवेल ने गीतांजलि श्री के उपन्यास का अंग्रेजी में अनुवाद किया है, जिसका मूल शीर्षक ‘रेत समाधि’ है।

‘रेत समाधि’ उत्तर भारत की पृष्ठभूमि पर आधारित है और 80 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला की कहानी बयां करता है। बुकर पुरस्कार के निर्णायक दल ने इसे ‘मधुर कोलाहल’ और ‘बेहतरीन उपन्यास’ करार किया। गीतांजलि श्री का असली नाम गीतांजलि पांडे है। पर उन्होंने अपने उपनाम के स्थान पर अपनी मां का नाम लगाया। इनका जन्म उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में हुआ। उन्होंने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक और जे.एन.यू. से इतिहास में स्नातकोत्तर किया है। वे तीन उपन्यास एवं कई कथा संग्रह की लेखिका हैं। बता दें उनकी कृतियों का अंग्रेजी, जर्मन, सर्बियन, फ्रेंच और कोरियन भाषाओं में अनुवाद हुआ है। गीतांजलि ने उर्दू की कई साहित्यिक कृतियों का भी अनुवाद किया है।
Tags : अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार
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Web Title : Antarrashtriya Booker Puraskar Jitne Wala Pahla Hindi Upanyas Kaun Bana Hai