बाणभट्ट काल कौन-सा है?

(A) सप्तम शताब्दी का पूर्वार्ध
(B) छठीं शताब्दी
(C) चतुर्थ शताब्दी
(D) अष्टम् शताब्दी

Question Asked : [PGT Exam 2013]

Answer : सप्तम शताब्दी का पूर्वार्ध

गद्यकार 'बाणभट्ट' का काल सप्तम् शताब्दी पूर्वार्ध है। बाणभट्ट सम्राट हर्षवर्धन के सभा पंडित होने के कारण बाण का स्थितिकाल प्राय: सुनिश्चित है। हर्ष का राज्यकाल 606 ई. से 648 ई. तक है। इन तिथियों की पुष्टि ताम्रपत्रों, दानपत्रों तथा चीनी बौद्ध यात्री ह्रेनसांग अपने भारत-यात्रा-वर्णन के प्रसड्ड में उत्तरी भारत के सम्राट हर्षवर्धन का सविस्तार वर्णनों से होती है। ह्रेनसांग का भारत में पर्यटनकाल 629 ई. से 645 ई. तक माना जाता है। इस प्रकार बाण का समय ईसा की छठीं शताब्दी के अंतिम भाग और सातवीं शताब्दी के आरंभ में अवश्व होंगे अर्थात् सातवीं शताब्दी का पूर्वार्ध है। छठीं शताब्दी दंडी का स्थितिकाल है। दंडी किरातार्जुनीयम्इ महाकाव्य के रचयिता भारवि के प्रपौत्र थे। उनके माता—पिता का नाम गौरी औरर वीरदत्त था। वे राजा नरसिंह प्रथम के सभा पंडित थे।
Tags : संस्कृत संस्कृत प्रश्नोत्तरी
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Web Title : Banabhatta Kal Kaun Sa Hai