बैटरी के प्रचालन का मूल सिद्धांत क्या है?

(A) अम्ल आधारित अंतर्किया
(B) अपोहन (डायालाइसिस)
(C) विद्युत-अपघट्य
(D) उपापचयन

Question Asked : [SSC CPO Sub Insp Exam 05-09-2004]

Answer : विद्युत-अपघट्य

बैटरी के प्रचालन का मूल सिद्धांत विद्युत अपघट्य है। विद्युत अपघट्य उसे कहते हैं जो शुद्ध जल विद्युत का कुचालक होता है, लेकिन जब जल में किसी धातु के लवण, अम्ल अथवा क्षार घुले रहते हैं, तो ऐसा घोल विद्युत का सुचालक हो जाता है। ​ऐसे घोल जिससे विद्युत धारा गुजर सकती है। सामान्यत: विद्युत अपघट्य अम्लों, क्षारों एवं लवणों के विलयन के रूप में पाये जाते हैं। इसके अतिरिक्त उच्च ताप एवं कम दाब पर कुछ गैसें भी विद्युत अपघट्य जैसा गुण प्रदर्शित करतीं हैं। कुछ जैविक (जैसे डीएनए, पॉलीपेप्टाइड्स आदि) एवं संश्लेषित बहुलकों (जैसे पॉलीस्टरीन सल्फोनेट) के विलयन भी विद्युत अपघटनीय होते हैं।
Tags : भौतिक विज्ञान भौतिक विज्ञान प्रश्नोत्तरी
Useful for : UPSC, State PSC, SSC, Railway, NTSE, TET, BEd, Sub-inspector Exams
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Web Title : Battery Ke Prachalan Ka Mool Siddhant Kya Hai